हाल ही में पाकिस्तान के इकोनॉमिक सर्वे में खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान पर 76 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा यानी 269 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्ज है. खास बात तो ये है कि ये कर्ज दुनिया के कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है. इसका मतलब साफ है कि पाकिस्तान की आवाम बुरी तरह से कर्ज में डूबी हुई है. उसके बाद भी पाकिस्तान की सरकार अपनी आवाम पर और उनकी तरक्की पर पैसा खर्च करने की जगह डिफेंस को मजबूत करने में जुटी हुई है. पाकिस्तान की सरकार ने वित्त वर्ष 2026 के बजट का ऐलान कर दिया है. जिसमें उसने ओवरऑल खर्च में 7 फीसदी की कटौती कर दी है. जबकि डिफेंस बजट में 20 फीसदी का इजाफा कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार अब पाकिस्तारी का बजट 9 बिलियन डॉलर हो गया है. उसके बाद भी भारत के डिफेंस बजट के मुकाबले काफी कम है. भारत का डिफेंस बजट पाकिस्तान के मुकाबले करीब 9 गुना ज्यादा है. आइए आपो भी बताते हैं कि आखिर पाकिस्तान ने कितने बजट का ऐलान किया है और डिफेंस में कितना खर्च करेगा.
पाकिस्तान ने किया बजट का ऐलान
पाकिस्तान ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने फेडरल बजट का ऐलान कर दिश्या है. पाकिस्तान की सरकार ने कुल खर्च में 7 फीसदी की कमी कर 17.57 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए (62 बिलियन डॉलर) कर दिया गया, लेकिन पिछले महीने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के हमलों से मिली असफलताओं के बाद डिफेंस बजट में 20 फीसदी का इजाफा कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने वित्त वर्ष 2026 में डिफेंस खर्च के लिए 2.55 ट्रिलियन रुपए (9 बिलियन डॉलर) आवंटित किए गए, जबकि इस महीने समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में यह 2.12 ट्रिलियन था. जिसमें 2 बिलियन डॉलर के इक्विपमेंट और दूसरे असेट्स शामिल थे. सैन्य पेंशन के लिए अतिरिक्त 563 बिलियन रुपए (1.99 बिलियन डॉलर) अलग रखे गए, जिन्हें आधिकारिक रक्षा बजट में नहीं गिना जाता.
भारत का 9 गुना ज्यादा बड़ा है डिफेंस बजट
वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत का डिफेंस बजट 78.7 बिलियन डॉलर तय किया गया है, जो कि जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.5 फीसदी ज्यादा है, जिसमें पेंशन और इक्विपमेंट के लिए 21 बिलियन डॉलर निर्धारित किए गए हैं. जो कि पाकिस्तान के डिफेंस बजट से 9 गुना ज्यादा है. भारत ने संकेत दिया है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष के बाद वह डिफेंस बजट में इजाफा करेगा. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक है, जिसकी 2020 और 2024 के बीच 8.3 फीसदी हिस्सेदारी है. रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर बना हुआ है, जो आयात का 36 फीसदी प्रदान करता है. हालांकि भारत अब अलग अलग देशों से भी हथियार इंपोर्ट कर रहा है. जिसमें फ्रांस, इज़राइल और अमेरिका जैसे देश शामिल है.